Anchor – धर्मनगरी हरिद्वार में विश्वप्रसिद्ध तीर्थ स्थल हरकीपौड़ी पर गुरुवार देर रात भारत और नेपाल की सांझा संस्कृति की अनोखी झलक देखने को मिली… जब नेपाल से पहुंचे बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हरकीपौड़ी पर सवा तीन करोड़ दीपक बत्तियों को एक साथ प्रज्वलित किया। नेपाल की लोक संस्कृति में महिलाएं अपने हाथों से रुई की बाती बनाती हैं और पवित्र तीर्थस्थलों पर ले जाकर प्रज्वलित करती हैं। मान्यता है कि इससे उनके पति और परिवार की दीर्घायु और वैभव बढ़ता है। इसी क्रम में नेपाल से पहुंचे बड़ी संख्या में लोगों ने हरकीपौड़ी पर गंगा आरती के बाद यह आयोजन करा। आयोजन से पहले पूरे क्षेत्र में नेपाल से आए श्रद्धालुओं ने भजन कीर्तन किया। कार्यक्रम में पहुंचे लोगों के अनुसार भारत और नेपाल की साझा संस्कृति है…. दोनों देशों का ना केवल धार्मिक बल्कि पारिवारिक रिश्ता भी है और इसकी झलक समय-समय पर दिखाई भी पड़ती है। इस मौके पर दोनो देशों के राष्ट्रीय ध्वजों को लेकर लोग झूमते नजर आए। … नेपाल की जनसंख्या 3 करोड़ है… ऐसे में हरकीपौड़ी पर तीन करोड़ से ज्यादा दीपक बत्तियों का प्रज्वलन किया गया है… इस दौरान हरकीपौड़ी पर विहंगम दृश्य दिखा…
Byte 1- विष्णु प्रसाद यज्ञमाली, धर्माचार्य, नेपाल
Byte 2 – पवन शास्त्री, कथा वाचक