हरिद्वार/ एडमिन

हरिद्वार। कुख्यात बदमाश सुनील राठी के नाम से ज्वेलर्स से 50 लाख की फिरौती की मांग करने वाले 5 बदमाशों को ज्वालापुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है पांचों आरोपी बिजनौर उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं आज ज्वालापुर कोतवाली में एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने प्रेस वार्ता कर बताया कि वादी निपुण मित्तल पुत्र नवीन चन्द्र नि० मयूर बिहार आर्य नगर जवालापुर हरिद्वार द्वारा थाना ज्वालापुर पर तहरीर देकर बताया गया था की 26 जुलाई की रात्रि करीब 8.15 बजे जब वह अपने ज्वैलरी शोरूम मोरा तारा से अपने घर स्कूटी से जा रहा था तो थोड़ी दूरी पर उसे दो युवकों द्वारा स्कूटी में तेजी से ओवर टेक किया गया व उसे अपने उपर फायर होना महसूस हुआ। उस समय उसने स्कूटी रोककर देखा सब कुछ सलामत होने पर कॉवडियों द्वारा साइलेन्सर से आवाज करना मानकर वह घर चला गया। रात करीब 11:00 बजे उसने अपना लैपटॉप जो कि स्कूटी पर पैरों के बीच रखा था खोलकर देखा तो उसमें एक स्थान पर छेद के कारण लैपटॉप टुटना पाया गया। अगले दिन दोपहर में उसने लैपटॉप को मैकनिक को दिखाया तो मैकनिक द्वारा लैपटॉप के अन्दर से 32 बोर की बुलैट निकालने पर उसे अपने उपर अज्ञात व्यक्ति द्वारा जानलेवा हमला करने का अहसास हुआ। तहरीर के आधार पर कोतवाली ज्वालापुर में मु0अ0सं0 415 / 22 धारा 307 भादवि पंजीकृत कर अभियोग की विवेचना प्रारम्भ की गयी।

इसी बीच वादी को अगले दिन 27 जुलाई को उसके मोबाईल फोन पर कुख्यात अपराधी सुनील राठी के नाम पर 50 लाख रूपये फिरौती की मांग करने व बार 2 फोन कर धमकाने व उन्हीं के द्वारा उसपर फायरिंग करवाने की बात से मामले की संवेदनशीलता अत्यधिक बढ़ गयी। विगत वर्ष वादी के शोरूम मोरातारा में हुयी डकैती की घटना की संवेदनशीलता को देखते हुये एस एस पी द्वारा चार टीमों का गठन किया गया।



विवेचना के दौरान सभी टीमें व्हाट्सप ग्रुप के माध्यम से आपस में जुड़ गये व अपने-2 द्वारा जुटायी गयी जानकारी को ग्रुप में शेयर करना प्रारम्भ कर दिया जिससे घटना के सम्बन्ध में तेजी से जानकारी प्राप्त होने लगी। सीसीटीवी फुटेज की जाँच के दौरान प्रथम दृष्टिया पाया गया कि वादी का पीछा स्कूटी सवार दो बदमाशों द्वारा रानीपुर मोड की ओर से आकर किया गया था जिनके मुँह पर रूमाल व मास्क लगे थे। सीसीटीवी टीम को इन स्कूटी सवारों के आने का स्रोत तलाशने के निर्देश दिये गये।

29 जुलाई को कान्स0 516 निर्मल द्वारा भगत सिंह चौक पर लगे कन्ट्रोम रूम के लगे सीसीटीवी कैमरे को देखकर बताया गया कि उक्त स्कूटी सवारों में पीछे बैठा व्यक्ति यूके 07 एएल 1890 हुण्डई कार से उतरकर स्कूटी में बैठा था हुण्डई कार में तीन-चार अन्य व्यक्ति बैठे दिखायी दिये जिससे घटना में कम से कम 4- 5 लोगों की संलिप्तता की पुष्टि हुयी। इस कार का रजिस्ट्रेशन नम्बर चैक करने पर पता चला की यह कार प्रदीप कुमार पुत्र सुरेश नि0 रावली महदूद बहादराबाद हरिद्वार के नाम पर रजिस्टेड है। रजिस्ट्रेशन में दिये गये नम्बर की कॉल डिटेल व सर्विलांस सीआईयू द्वारा करने पर प्रदीप व उसके साथियों को ट्रेस कर लिया गया। जिनकी गिरफ्तारी हेतु सीआईयू व ज्वालापुर पुलिस द्वारा दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, हिमाचल, बिजनौर में दबिशें दी गयी। मुख्य अभियुक्त प्रदीप कुमार को जब यह जानकारी हुयी कि वादी द्वारा पुलिस को रंगदारी मांगने के सम्बन्ध में रिपोर्ट दर्ज करा दी गयी है तो वह बौखला गया और अपनी आपराधिक साख बचाने व वादी को सबक सिखाने के उद्देश्य से वह दिनांक 04.08.2022 को वादी के शोरूम बन्द करने के बाद उसे ठिकाने लगाने की नियत से अपने साथियों के साथ हरिद्वार आ रहा था, कि इसी दौरान पुलिस को इसकी सूचना मिल गयी और रानीपुर झाल के पास से प्रदीप कुमार व उसके साथियों को घटना में संलिप्त कार व अस्लाहों के साथ गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार अभियुक्तगण

1. प्रदीप चौहान पुत्र सुरेश सिंह नि0 नवादा चौहान थाना नहटौर जिला बिजनौर उoप्रo उम्र 29 वर्ष प्रदीप इस घटना का मुख्य साजिशकर्ता है जो पहले वर्ष 2015 में थाना प्रेमनगर देहरादून से अपने सगे भाई अंकित व एक
अन्य अभियुक्त के साथ डकैती के मामले में जेल जा चुका है। प्रदीप इण्डस्ट्रीयल कैमेस्ट्री से एम०एस०सी० है और पूर्व में ओरियन्टल बैंक ऑफ कॉमर्स बुद्ध बाजार मुरादाबाद में कर्लक के रूप में काम कर चुका है। इस दौरान वर्ष 2015 में डकैती में सम्मलित होने के कारण उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। जिसके बाद उसके द्वारा धोखाधडी व अन्य आपराधिक घटनाओं से पैसा कमाया जा रहा था। प्रदीप द्वारा बताया गया कि इस घटना को अन्जाम देने के लिये उसने 6 लाख रूपये खर्च किया। जिसमें 40 हजार की एक पिस्टल व 10-10 हजार के 02 तंमचे, कनखल में किराये पर दो फ्लैट व उत्तम नगर दिल्ली में किराये पर एक फ्लैट पहले से ही छिपने के लिये ले लिया था। गिरफ्तारी के दौरान प्रदीप उपरोक्त से घटना में प्रयुक्त 32 बोर पिस्टल व 04 कारतूस बरामद हुये। पूछताछ पर अभियुक्त ने बताया कि देहरादून प्रेमनगर में हुवी घटना में उसपर कोर्ट में मुकदमा चल रहा है जिसमें उसके वारण्ट निकल रखे हैं देहरादून पुलिस बार-2 मेरे बिजनौर स्थित घर पर दबिश दे रही थी मैं उपरोक्त मामले के वादी से समझौता करना चाहता था जिसके लिये 50-60. लाख रूपये की जरूरत थी। इसपर उसने अपने गाँव के लड़कों को मकसद बताकर तैयार किया और मोरा तारा शोरूम से एक चैन व कुण्डल अपनी पत्नी के लिये 2 महीने पहले खरीदे थे जिसके डिब्बे पर वादी व उसके शोरूम के मोबाईल नम्बर अंकित थे। जिनका उसने फिरोती मांगने में प्रयोग किया।

2. सचिन प्रजापति पुत्र पंकज कुमार नि० ग्राम नवादा चौहान थाना नहटौर जिला बिजनौर उम्र 19 वर्ष शिक्षा 7 वीं पास अभियुक्त प्रदीप के गॉव का ही रहने वाला है। वादी पर फायर करने के दौरान यह स्कूटी चला रहा था गिरफ्तारी के दौरान इससे एक तंमचा 315 बोर व 02 कारतूस जिन्दा बरामद हुये। इसकी निसानदेही पर घटना में प्रयुक्त स्कूटी भी सिडकुल स्थित इसके कमरे से बरामद की गयी है।

3. कौशल कुमार पुत्र महेन्द्र सिंह नि0 ग्राम नवादा चौहान थाना नहटौर जिला बिजनौर उम्र 22 वर्ष शिक्षा- बीए प्रथम वर्ष घटना के दौरान वादी पर पिस्टल से फायर की थी गिरफ्तारी के दौरान इससे एक तंमचा 315 बोर मय 103 जिन्दा कारतूस बरामद हुये हैं।

4. अरूण कुमार पुत्र रणवीर सिंह नि0 उपरोक्त उम्र 19 वर्ष शिक्षा 9वीं पास। वादी पर फायर करने से पूर्व मुख्य अभियुक्त प्रदीप के साथ कार सवार था।

5 अंकुर कुमार पुत्र चन्द्रपाल सिंह नि० ग्राम फिना थाना सिवालाकला जिला बिजनौर उम्र 25 वर्ष शिक्षा 12 वीं पास। वादी पर फायर करने से पूर्व मुख्य अभियुक्त प्रदीप के साथ कार पर सवार था।

बरामदगी

‘घटना में प्रयुक्त कार हुण्डई नं० यूके 07 एएल 18001

स्कूटी नम्बर यूके 08 बी 0089

पिस्टल 32 बोर 4 कारतूस तंमचा 315 बोर 03 कारतूस

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