हरिद्वार/ एडमिन
हरिद्वार । उत्तराखंड के शीर्षस्थ संतो में शामिल श्री रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम एवं मठ के सचिव स्वामी नित्य शुद्धानंद महाराज ब्रह्मलीन हो गए हैं आज 80 साल की उम्र में उन्होंने रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम परिसर में शाम 4:15 बजे अंतिम सांस ली हृदयाघात के कारण उनका शरीर शांत हुआ यह जानकारी रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम एवं मठ के सह सचिव स्वामी उमेश्वरानंद मंजू महाराज ने दी
रामकृष्ण मिशन के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक स्वामी दयाधिपानंद महाराज(डॉ शिवकुमार) ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार कल सोमवार को श्मशान घाट कनखल में दोपहर 2:00 बजे के बाद किया जाएगा, कल सोमवार दोपहर 2:00 बजे कनखल स्थित रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम एवं मठ से उनकी अंतिम यात्रा शुरू होगी, जो कनखल के मुख्य बाजारों से होती हुई कनखल श्मशान घाट पहुंचेगी और वहां उनका दाह संस्कार किया जाएगा पर्यावरण को देखते हुए रामकृष्ण मिशन के साधु संत जल समाधि नहीं देते हैं वह अग्नि संस्कार करते हैं
स्वामी नित्य शुद्धानंद महाराज ने रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम एवं मठ कनखल की सचिव के रूप में 40 सालों तक सेवा की उन्होंने रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम अस्पताल कनखल को ऊंचाइयों तक पहुंचाया और इसमें अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाओं की स्थापना की मृदुभाषी एवं वेदांत के प्रकांड विद्वान स्वामी नित्य शुद्धानंद महाराज महाराज का व्यक्तित्व बहुत विशाल था वे सरल स्वभाव और दयालु प्रवृत्ति के थे, 1942 में पश्चिम बंगाल मैं उनका जन्म हुआ था कोलकाता से उन्हें 40 साल पहले हरिद्वार रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम एवं मठ सचिव के रूप में भेजा गया कोरोना महामारी के कठिन दौर में उन्होंने 2 सालों तक समर्पित भाव से जनसेवा की और गरीबों को घर-घर दवाई और खाद्यान्न पहुंचाया।