हरिद्वार। मंगलवार को एसएमजेएन कॉलेज में आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान-3.0 के अंतर्गत अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद तथा मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महन्त रविन्द्र पुरी महाराज की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान’ के अन्तर्गत श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी महाराज व कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा द्वारा क्षय रोगियों हेतु नि-क्षय पोष्टिक फूडकिट का वितरण किया गया। इस अवसर पर श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी महाराज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारम्भ किए गए टीबी मुक्त भारत अभियान की प्रंशसा करते हुए कहा कि निक्षय मित्र योजना के सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं और अब वो दिन दूर नहीं जब टीबी मुक्त भारत मिशन साकार होगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी, हरिद्वार डॉ. आर.के. सिंह ने इस कार्यक्रम में जानकारी देते हुए बताया कि पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी, माँ मनसा देवी मन्दिर ट्रस्ट एवं एसएमजेएन पीजी कॉलेज के द्वारा 200 पोष्टिक किटों का वितरण किया गया। उन्होंने कहा कि माँ मनसा देवी मन्दिर ट्रस्ट, पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी एवं एसएमजेएन पीजी कॉलेज निरंतर टीबी उन्मूलन के लिए निक्षय मित्र योजना में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी, हरिद्वार डॉ. आर.के. सिंह ने कहा कि श्री मंहत रविन्द्र पुरी द्वारा बड़ी संख्या में क्षय रोगियों को गोद लिया जाना महाविद्यालय की गौरवशाली परम्परा को दर्शाता हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के. सिंह ने कहा कि निक्षय मित्र योजना के तहत टीबी रोगियों को पोषण सहायता, नैदानिक सहायता और व्यवसायिक सहायता प्रदान की जा सकती है। उन्होंने अन्य सामाजिक संगठनों व आम लोगों को भी क्षय रोगियों की मदद के लिए आगे आने की अपील की।
जिला टीबी अधिकारी डॉ. अनिल कुमार वर्मा ने कहा कि आज टीबी जैसी बीमारी को उखाड़ फेंकने के लिए इसी प्रकार के प्रयासों की आवश्यकता हैं। जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अनिल नेगी ने कहा कि टीबी का सही समय पर किया गया उपचार से जीवन को बचाया जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि सभी को टीबी आरोग्य साथी ऐप को अपने मोबाइल में डाउनलोड करना चाहिए। जिससे कि टीबी की बीमारी तथा उसके सही इलाज से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सके।
प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि क्षय रोगियों को गोद लेकर भावनात्मक और सामाजिक सहयोग उपलब्ध कराये जाने के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि निक्षय मित्र मिलने से टीबी रोगियों को हौंसला बढ़ता है, जब उन्हें यह पता चलता है कि उनके परिवार के अलावा भी समाज में ऐसे कई लोग हैं जो उनके साथ खड़े हैं और उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता करते हैं। उन्होंने टीबी रोगियों को टीबी चैम्पियन सोनी से प्रेरणा लेने को कहा। प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाईजर डॉ मौहम्मद सलीम को विशेष रूप से धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम का सफल संचालन कर रहे आन्तरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. संजय कुमार माहेश्वरी ने अपील की कि हम सभी का दायित्व है सामूहिक सहयोग कर क्षय रोगियों को भावनात्मक सहयोग के साथ उन्हें पौष्टिक आहार उपलब्ध करवायें ताकि वे शीघ्र पूरी तरह से स्वस्थ हो सकें।
इस अवसर सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाईजर डॉ. मौहम्मद सलीम, अवनीश कुमार, सौरभ कुमार, दिनेश पंत, शादाब सिद्दीक़ी, सचिन कुमार, कॉलेज के प्रो. जे.सी. आर्य, डॉ. सुषमा नयाल प्रो. विनय थपलियाल, वैभव बत्रा, रेडक्रॉस महाविद्यालय नोडल अधिकारी डॉ. मनोज सोही, श्रीमती कविता छाबड़ा, श्रीमती रिंकल गोयल, डॉ. लता शर्मा, डॉ. आशा शर्मा, डॉ. मोना शर्मा, डॉ. रेनू सिंह, डॉ. सरोज शर्मा, डॉ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, प्रिंस श्रोत्रिय, विनीत सक्सेना, डॉ. पुनीता शर्मा, गौरव बंसल, अर्शिका वर्मा, कु. वन्दना सिंह आदि उपस्थित रहे।

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