
🍃 Arogya🍃
हरिद्वार कनखल के प्रसिद्ध वैध दीपक कुमार के अनुसारएसिडिटी का घरेलू उपचार
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- एसिडिटी होने पर चाय काफी का सेवन कम कर देना चाहिए। ग्रीन टी का सेवन लाभप्रद होता है।
- अधिक से अधिक हरी सब्जियों का खासकर जिन सब्जियों में विटामिन बी और ई हो, सेवन करना चाहिए। जैसे की सहजन, बीन्स, कद्दू, पत्ता गोभी, प्याज और गाजर।
- खाना खाने के बाद तरल पेय का सेवन न करें। आधे घंटे के बाद ही गुनगुना नीबू पानी पियें।
- खाने में केला, खीरा, ककड़ी, तरबूज, नारियल पानी धनिए पुदीने की चटनी और बादाम की शिकंजी का सेवन करना चाहिए।
- सौंफ और चन्दन का शर्बत बना कर पीने से पेट की जलन को शांत किया जा सकता है।
- नींबू और शहद में अदरक का रस मिलाकर पीने से, पेट की जलन शांत होती है।
- एसिडिटी में पाइनेपल के जूस का सेवन करने से विशेष फायदा होता है क्योकि यह एंजाइम्स से भरा होता है. खाने के बाद अगर पेट अधिक भरा व भारी महसूस हो रहा है, तो आधा गिलास ताजे पाइनेपल का जूस पीएं. सारी बेचैनी और एसिडिटी खत्म हो जाएगी।
- ज्यादा स्मोकिंग करना और ज्यादा शराब पीने से बचना चाहिए, इसके बदले में अच्छी क्वालिटी के च्युंगम, कच्ची सौंफ या लौंग चबाना चाहिए।
- दही के छाछ में भुना हुआ पिसा जीरा डाल कर सेवन करने से भी लाभ मिलता है।
- मूली का नियमित सेवन करने से एसिडिटी में लाभ होता है।
Dr. (Vaid) Deepak Kumar
Adarsh Ayurvedic Pharmacy
Kankhal Hardwar
aapdeepak.hdr@gmail.com
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