हरिद्वार। उत्तराखंड कांग्रेस के दोबारा अध्यक्ष नियुक्त हुए गणेश गोदियाल इससे पूर्व 2021 में भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। इस समय उन पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की छाया में काम करने के कारण वे अपनी योग्यता साबित नहीं कर पाए और 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की बुरी हार हुई। हार के बाद गणेश गोदियाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद युवा नेता करण माहरा की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर ताजपोशी हुई। अपने साढ़े 03 वर्ष के कार्यकाल में करण माहरा ने अपनी कार्यशैली से अलग पहचान बनाई और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सत्ता पक्ष और जनहित के लिए लड़ना सिखाया।

अब 2027 के विधानसभा चुनाव से पूर्व केंद्रीय नेतृत्व ने एक बार फिर पूर्व में असफल हुए गणेश गोदियाल को प्रदेश की कमान सौंपी है।
अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद पहली बार हरिद्वार पहुंचे गणेश गोदियाल पर फिर वहीं हरीश रावत की छाया दिखाई दी, जिससे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में एक बार फिर ये सवाल घर कर गया कि गणेश गोदियाल यदि हरीश रावत की छत्रछाया में पार्टी का नेतृत्व करेंगे तो 2027 में पार्टी का फिर वहीं 2022 वाला परिणाम हो सकता है।
बहादुरपुर जट्ट में हरिद्वार ग्रामीण से विधायक अनुपमा रावत द्वारा प्रदेश की रजत जयंती के अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारियों के सम्मान के साथ साथ प्रदेश के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का भारी अव्यवस्था के बीच स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अव्यवस्था का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उत्तराखंड स्वतंत्रता संग्राम सेनानी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष का ही सम्मान नहीं किया गया। इतना ही नहीं जब कार्यक्रम का संचालन कर रहे संचालक ने उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मुरली मनोहर को बोलने का अवसर दिया तो विधायक के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन्हें कई बार टोका टाकी की। जबकि हरीश रावत द्वारा कार्यक्रम में लंबा भाषण दिया गया जिससे कार्यक्रम में मौजूद लोग भी ऊब गए और वे भाषण के बीच ही उठकर चलने लगे और यह सब घटनाक्रम नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल देखते रहे।
