
हरिद्वार। रविवार 03 अगस्त को टीनू पुत्र नाथीराम निवासी ननोता, जिला सहारनपुर (उत्तर प्रदेश), हाल निवासी डेंसों चौक सलेमपुर, थाना सिडकुल जनपद हरिद्वार द्वारा अपनी गर्भवती पत्नी मीनाक्षी (उम्र-30 वर्ष) को माँ गंगा मैटरनिटी एण्ड आई केयर अस्पताल में सुबह 10:00 बजे प्रसव हेतु भर्ती कराया गया था।
समय 12:00 बजे मीनाक्षी की डिलीवरी हुई, जिस पर डॉक्टरों द्वारा जच्चा व बच्चा दोनों को स्वस्थ बताया गया। किंतु लगभग 16:00 बजे डॉक्टरों द्वारा मीनाक्षी को खून की कमी होना बताया गया तथा खून चढ़ाया गया। इसके पश्चात मीनाक्षी की तबीयत बिगड़ने लगी और उसकी मृत्यु हो गई।
इसी प्रकार, रविवार 03अगस्त को ही मोंटी पुत्र सुमन निवासी ग्राम नारसन खुर्द, तहसील रुड़की, जनपद हरिद्वार, समय 09:30 बजे अपनी गर्भवती पत्नी खुशबू को डिलीवरी हेतु माँ गंगा मैटरनिटी एण्ड आई केयर अस्पताल में भर्ती कराए।
ऑपरेशन के कुछ समय पश्चात खुशबू की भी तबीयत बिगड़ने लगी और उसकी भी मृत्यु हो गई।
पुलिस द्वारा मौक़े पर जाकर परिजनों को शांत कराते हुए उपरोक्त दोनों मृत महिलाओं के शवों को पंचायतनामा हेतु जिला अस्पताल हरिद्वार की मोर्चरी में रखवाया गया है। पंचायतनामा व पोस्टमार्टम आदि की कार्रवाई आज सोमवार को की जाएगी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम की उपस्थिति में माँ गंगा मैटरनिटी एण्ड आई केयर अस्पताल को सील कर दिया गया है।
उपरोक्त दोनों मामलों में प्रथम दृष्टया अस्पताल के चिकित्सकों व स्टाफ की लापरवाही के कारण मीनाक्षी व खुशबू की मृत्यु होना प्रकाश में आया है।
वादी टीनू व वादी मोंटी की तहरीर के आधार पर थाना बहादराबाद में मु.अ.सं. 311/25 व 312/25, धारा 106(1) BNS के अंतर्गत माँ गंगा मैटरनिटी एण्ड आई केयर में नियुक्त डॉक्टरों व स्टाफ के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया है।
उपरोक्त संबंध में विवेचना प्रचलित है।