हरिद्वार। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 की पूर्व श्रृंखला में आयुर्वेद एवंं यूनानी विभाग तथा उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के तत्वावधान में “रन फॉर योग” कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन सुबह 6:30 बजे ऋषिकुल परिसर से आरंभ होकर चंद्राचार्य चौक तक पहुंचा। कार्यक्रम में सैकड़ो नागरिकों, छात्र-छात्राओं, योग साधकों, चिकित्सा अधिकारियों एवं आयुष विभाग से जुड़े पदाधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी की। प्रोफेसर नरेश चौधरी, डॉ. विक्रम रावत एवं डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत द्वारा कार्यक्रम की व्यवस्था एवं सफल संचालन किया गया।
‎कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) अरुण कुमार त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में कहा कि जीवनशैली की अनियमितताओं के कारण उत्पन्न होने वाले मधुमेह, उच्च रक्तचाप एवं हृदय विकार जैसी गंभीर बीमारियों का योग के नियमित अभ्यास से प्रभावी उपचार संभव है। योग केवल कसरत नहीं, यह एक पूर्ण जीवन पद्धति है।
‎‎कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ऋषिकुल परिसर के रचना शारीर विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. नरेश चौधरी ने कहा कि योग को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाना चाहिए। यह बच्चों में एकाग्रता और अनुशासन तो वृद्धजनों में शारीरिक स्फूर्ति और मानसिक स्थिरता लाता है। योग एक चमत्कारी विज्ञान है।
‎‎जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. स्वास्तिक सुरेश ने जानकारी दी कि हरिद्वार जनपद में बीते दो माह से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अंतर्गत अनेक योग व आयुर्वेदिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। यह जनभागीदारी की मिसाल है।
‎‎चारधाम यात्रा पंडाल में पहुंचकर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के नोडल अधिकारी डॉ. घनेंद्र वशिष्ठ ने कहा कि जिस प्रकार माँ गंगा का पावन प्रवाह संपूर्ण भारत को शुद्ध करता है, उसी प्रकार योग की यह धारा मानवता को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य प्रदान कर रही है।
‎डॉ. विक्रम रावत एवं डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत ने कार्यक्रम में पधारे सभी विशिष्ट अतिथियों, योग प्रशिक्षकों, चिकित्सा अधिकारियों, और उपस्थित नागरिकों का पारंपरिक रूप से माल्यार्पण कर स्वागत किया।
‎‎राष्ट्रीय आयुष मिशन हरिद्वार के नोडल अधिकारी डॉ. अवनीश उपाध्याय ने कहा कि योग जन-जन तक पहुंचे, यही हमारा लक्ष्य है। इस पुनीत अभियान में सभी नागरिकों, चिकित्सा अधिकारियों, फार्मेसी कार्मिकों और स्वयंसेवकों की भूमिका सराहनीय रही। आने वाले यात्रियों को भी योग अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
‎‎कार्यक्रम में विशेष सहयोगी एवं उपस्थित चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुजाता कादियान, डॉ. वीरेंद्र रावत, डॉ. विक्रम सिंह रावत, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. नवीन दास, डॉ. करुणा नेगी, डॉ. योगेंद्र सिंह, डॉ. विश्वजीत, डॉ. फराज खान, डॉ. भास्कर आनंद, डॉ. अश्वनी, डॉ. सॉरमी, डॉ. मोनिका प्रभाकर, डॉ. पूजा राय, डॉ. दीक्षा शर्मा, डॉ. रेनू सिंह, फार्मेसी अधिकारी एवं कार्मिक ललित मोहन, मुकेश गोदियाल, महक रावत, शीशपाल सिंह, मीना शर्मा, सलमान अली, अजहर, प्रदीप शाह, कविता चमोली, सुप्रिया बिष्ट, विजय रयाल, रविंद्र पोखरियाल, रुचि सजवाण, अजय तिवारी, सुशील रावत, रईस आलम, अमित दरमोड़ा, दीपिका बेंजवाल, अरविंद, शशिकला, शीला चमोली, अंजना धनोला, राजेंद्र मिश्रा, प्रकाश उनियाल, नवीन थपलियाल पैरामेडिकल स्टाफ: आरती, अमर सिंह, रुपेश, गोविंद, सरोज, अरविंद वर्मा, अंकुर, रोहतास, सुशील, रमेश, प्रहलाद, रघुवीर सिंह, विनीत, विनय, विक्रम सिंह, राकेश डंगवाल। ऋषिकुल फार्मेसी से सुदेश कुमार एवं पंकज कुमार की भी सराहनीय भूमिका रही, योग अनुदेशक दीपक पांडे (बहादराबाद), शालू (बिहारीनगर), पुष्पा देवी (भोगपुर), गौरव (भोगपुर), अदिति वर्मा (गैडीखाता), निशा भट्ट योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा सहायक।

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