उत्तराखण्ड / बद्रीनाथ। जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी ने बुधवार को बद्रीनाथ धाम में पूजा-अर्चना व भगवान बद्रीनाथ के दर्शनों के साथ केदार खंड गढ़वाल मंडल का प्रथम चरण का समापन कर लिया है। अब पवित्र छड़ी कुमायूं मंडल मानस खंड के लिए रवाना हो गई है।
बुधवार सवेरे पवित्र छड़ी भगवान बद्रीनाथ के दर्शनों के लिए प्रमुख हिमालय योगी महामंडलेश्वर श्री महंत विरेंद्रानंद गिरी महाराज, श्री महंत पुष्कर राजगिरी, श्री महंत शिवानंद सरस्वती, श्री महंत कुशपुरी, श्री महंत पशुपति गिरी, श्री महंत रतन गिरी, श्री महंत मनीष गिरी, श्री महंत गोविंदपुरी आदि के नेतृत्व में नागा संन्यासियों के जत्थे के साथ हर-हर महादेव के जय घोष के साथ बद्रीनाथ धाम पहुंची। मार्ग में मौजूद हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र छड़ी के दर्शन किए व पुष्प वर्षा कर उसका स्वागत किया।
बद्रीनाथ धाम पहुंचने पर राजस्व निरीक्षक डिमरी कानूनगो, रमेश चंद्र पटवारी, बिष्ट तथा बद्रीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों व पंडों ने पवित्र छड़ी की पूजा-अर्चना के पश्चात बद्रीनाथ धाम के गर्भ गृह में स्थापित  किया। नागा संन्यासियों ने पवित्र छड़ी व भगवान बद्रीनाथ के दर्शनों के साथ-साथ पूजा-अर्चना की तथा देश-प्रदेश में सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। इससे पूर्व पवित्र छड़ी ने जोशीमठ में नरसिंह मंदिर में पूजा-अर्चना की व नगर की परिक्रमा करते हुए जगतगुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के मठ पूजा-अर्चना के लिए पहुंची जहां से तहसीलदार महेंद्र आर्य, कानूनगो रमेश चंद्र, राजस्व निरीक्षक आशीष भट्ट व बिष्ट ने पवित्र छड़ी का स्वागत करते हुए उसे भविष्य बद्री के दर्शनों के लिए रवाना किया। भविष्य बद्री मंदिर पहुंचने पर मुख्य पुजारी पंडित पंकज खंडवाल ग्राम प्रधान व मंदिर समिति के अध्यक्ष रघुवीर सिंह रावत ने सैकड़ो ग्रामीणों के साथ छड़ी का स्वागत किया, पवित्र छड़ी ने भविष्य बद्री भगवान के दर्शन किए  व पूजा-अर्चना की।
मुख्य पुजारी पंडित खंडवाल ने बताया कि भगवान बद्रीनाथ नर व नारायण पर्वतों के बीच विराजमान हैं। भविष्य में नर व नारायण पर्वत आपस में मिल जाएंगे तब भगवान बद्रीनाथ वहां से अंतर ध्यान हो जाएंगे और इस भविष्य बद्री मंदिर में प्रकट होंगे। उन्होंने बताया कि भविष्य बद्री मंदिर में स्थित शिला पर भगवान बद्री नाथ के चिन्ह उभरने शुरू हो गए हैं। जिस प्रकार गर्भ में शिशु के अंग-प्रत्यंग बनते हैं उसी प्रकार शिला पर वह बन रहे हैं। छड़ी यात्रा के प्रमुख महंत हिमालय योगी महामंडलेश्वर विरेंद्रानंद गिरि महाराज ने बताया कि पवित्र छड़ी ने अपने प्रथम चरण में केदार खंड गढ़वाल मंडल की यात्रा संपन्न कर ली है। अपने प्रथम चरण में पवित्र छड़ी ने चारों धाम के दर्शनों के साथ-साथ पौराणिक तीर्थ धारी देवी मंदिर, त्रिजुगी नारायण गुप्तकाशी, पांडुकेश्वर मंदिर अनसूया मंडल, विष्णु प्रयाग आदि के दर्शन व पूजा-अर्चना की। अब छड़ी कर्णप्रयाग से कुमायूं मंडल मानस खंड के द्वितीय चरण की यात्रा प्रारंभ करेगी और ओम पर्वत आदि कैलाश पहुंचेगी।

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