
हरिद्वार / कनखल। शुक्रवार को शिवडेल स्कूल कनखल, हरिद्वार में वीर बाल दिवस बड़े उत्साह और भव्यता के साथ मनाया गया। यह दिन गुरु गोविंद सिंह जी के चार साहिबजादों की अद्वितीय वीरता और बलिदान को नमन करने का प्रतीक है, जिन्होंने धर्म, सत्य और न्याय की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। इस अवसर पर स्कूल ने साहस, त्याग और राष्ट्रभक्ति के मूल्यों को समर्पित एक रंगीन और प्रेरक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत स्ववेद प्ले ग्रुप के नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा कविता वाचन से हुई, जिसमें उन्होंने साहिबजादों की वीरता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को रेखांकित किया। कक्षा 01 से 05 तक के विद्यार्थियों ने चित्रकला और निबंध लेखन में भाग लिया। बच्चों ने “मेरा भारत के लिए सपना” और “दूसरों की मदद करने की मेरी सुपरपावर” जैसे विषयों पर अपने विचार साझा किए और रंग-बिरंगे चित्रों और शब्दों के माध्यम से अपने सपनों और भावनाओं को व्यक्त किया। कक्षा 06 से 12 तक के विद्यार्थियों ने “राष्ट्र निर्माण में बच्चों की भूमिका” और “विकसित भारत के लिए मेरा दृष्टिकोण” जैसे विषयों पर निबंध लेखन, कविता पाठ और डिजिटल प्रस्तुतियाँ दीं। छात्रों ने राष्ट्र के भविष्य पर अपने विचार साझा किए और बताया कि वे समाज और देश को बेहतर बनाने में किस प्रकार महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन स्वामी शरदपुरी ने अपने संबोधन में कहा: “गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों का बलिदान हमें सिखाता है कि धर्म और न्याय के लिए किसी भी कठिनाई का सामना करना ही सच्चा साहस है। हमें अपने कर्तव्यों को न केवल अपने परिवार और समाज के प्रति निभाना चाहिए, बल्कि देश और राष्ट्र के प्रति भी पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करना चाहिए। बच्चों, आप भविष्य के निर्माता हैं। आपकी सोच, आपका प्रयास और आपकी मेहनत भारत को ऊँचाइयों पर ले जा सकती है।” विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविंद बंसल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा: “इस प्रकार के आयोजन युवा पीढ़ी में राष्ट्रभक्ति, एकता और जिम्मेदारी की भावना को विकसित करते हैं। हमें अपने इतिहास और वीरताओं को याद रखना चाहिए ताकि हम अपने देश के लिए सच्ची निष्ठा और समर्पण का भाव बनाए रखें। हमें गर्व है कि हमारे विद्यालय के विद्यार्थी साहस, नेतृत्व और सेवा के आदर्श स्थापित कर रहे हैं।” कार्यक्रम की सफलता में विपिन मलिक और विनीत मिश्रा के साथ-साथ समस्त शिक्षकों के सहयोग का विशेष योगदान रहा। उनके प्रयासों से यह कार्यक्रम न केवल शैक्षिक और प्रेरक बल्कि मनोरंजक और उत्साहपूर्ण भी बन पाया, जिससे विद्यार्थियों में देशभक्ति और राष्ट्रीयता की भावना और भी प्रबल हुई।
