हरिद्वार। रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों ने अतिक्रमण के नाम पर शोषण वे उत्पीड़न के विरोध में अपने तीन दिवसीय आंदोलन की घोषणा के उपरांत आंदोलन के दूसरे दिन लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा के नेतृत्व में भीमगोडा चौराहे से हर की पौड़ी चौराहे तक जुलूस निकालकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। लघु व्यापारी प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम प्रशासन पर राज्य पर नीति नियमावली की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए सरकार से रेडी पटरी के लघु व्यापारियों को संरक्षण की मांग की।
इस अवसर पर लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा कि रेडी पटरी के लघु व्यापारी अपनी न्याय संगत मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं उत्तराखंड नगरीय फेरी नीति नियमावली के नियम अनुसार फेरी समिति के बैठक के निर्णय के अनुरूप राज्य सरकार के निर्देशन में हरिद्वार नगर निगम प्रशासन द्वारा चार वेंडिंग जोन बनाए गए थे लेकिन सभी वेंडिंग जोन की समुचित व्यवस्था मूलभूत सुविधाएं न होने के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अति महत्वकांशी योजना शहरी समृद्धि, प्रधानमंत्री स्वनिधि, विश्वकर्मा, कर्म योगी मानधन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमिता योजनाओं का लाभ रेडी पटरी के लघु व्यापारियों को नहीं मिल पा रहा है जो की न्याय संगत नहीं है। चोपड़ा ने कहा कि रेडी पटरी के लघु व्यापारी सवाधनिक अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रहेंगे।
जिला अध्यक्ष राजकुमार, लघु व्यापार महिला मोर्चे की सहायक संयोजक श्रीमती पूनम माखन ने संयुक्त रूप से कहा कि रोड़ी बेल वाला क्षेत्र से महिला पिक वेंडिंग जोन को स्थापित स्थान से हटाए हुए 04 महीने बीत गए हैं लेकिन नगर निगम प्रशासन इच्छा शक्ति न होने के कारण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के तहत नियम बनाए गए महिला पिंक वेंडिंग जोन की सभी लाभार्थी महिलाएं स्व रोजगार से वंचित है शनिवार 23 नवंबर को रेलवे स्टेशन, बस अड्डे के लघु व्यापारी इकट्ठा होकर अतिक्रमण के नाम पर किए जा रहे शोषण व उत्पीड़न के विरोध में अपना संघर्ष जारी रखेंगे।
अपनी पांच सूत्री मांगों को दोहराते प्रदर्शनकारी लघु व्यापारियों में सुमित कुमार, नीतीश अग्रवाल, सुबोध गुप्ता, शुभम सैनी, सुशांत कुमार, विजय कुमार, पंडित नंदकिशोर, सुनील कुमार सैनी, किशन लाल, शुभम, हरिकिशन, राजू जैन, बॉबी कुमार, कपिल कुमार, कृष्णा रावत, सावित्री देवी, नीतू देवी, माया देवी, पुष्पा दास, विमला देवी, सुमित्रा देवी आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।