
हरिद्वार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में देशभर में चल रहे व्यापक गृह संपर्क अभियान के अंतर्गत हरिद्वार के दयानंद नगर स्थित रामनगर बस्ती में संघ कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर संपर्क किया। इस अवसर पर उन्होंने स्थानीय निवासियों को संघ की 100 वर्षों की यात्रा, उपलब्धियों एवं सामाजिक कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही प्रत्येक परिवार से समाज और राष्ट्र उत्थान के लिए स्वेच्छा से किसी न किसी सेवा या जन-जागरण अभियान से जुड़ने की अपील की।
आरएसएस के सह प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ. बृजेश बनकोटी ने बताया कि उत्तराखंड प्रांत में 16 नवंबर से 14 दिसंबर तक यह विशेष गृह संपर्क अभियान चलाया जा रहा है जिसका उद्देश्य संघ के विचार, संस्कार, सेवा-परंपरा एवं सामाजिक उद्देश्यों को जन-जन तक पहुँचाना है ताकि समाज के हर वर्ग में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिले।
उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान प्रत्येक व्यक्ति और परिवार को संघ द्वारा ‘पंच परिवर्तन’ को जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इन पंच परिवर्तन का लक्ष्य व्यक्ति, परिवार, समाज, पर्यावरण और राष्ट्र के समग्र विकास को दिशा देना है। डॉ. बनकोटी ने कहा कि समाज निर्माण का आधार संस्कार, अनुशासन, सेवा और संगठन में निहित है, और संघ अपने 100 वर्षों की परंपरा में इन्हीं मूल्यों को मजबूत करने का कार्य करता आ रहा है।
कार्यकर्ताओं ने बताया कि अभियान के दौरान वे न केवल घर-घर जाकर संवाद स्थापित कर रहे हैं, बल्कि लोगों की समस्याओं, सामाजिक आवश्यकताओं और क्षेत्र में किए जा सकने वाले सेवा कार्यों के बारे में भी जानकारी एकत्र कर रहे हैं। इससे आने वाले वर्षों में क्षेत्र में अधिक प्रभावी और सार्थक सामाजिक गतिविधियाँ संचालित करने में सहायता मिलेगी।
दयानंद नगर में अभियान के दौरान कई परिवारों ने संघ के सामाजिक और सेवा कार्यों में रुचि व्यक्त की तथा भविष्य में विभिन्न गतिविधियों में सहभागी बनने की इच्छा जताई। स्थानीय लोगों ने कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की और इसे समाज में जागरूकता फैलाने का सकारात्मक कदम बताया।
गृह संपर्क अभियान में संघ के नगर प्रचारक शुभम, सह नगर कार्यवाह बलदेव, सुनील, प्रीतम, माणिक, राजकुमार, गुलशन सहित दर्जनों स्वयंसेवक सक्रिय रूप से शामिल रहे, अभियान द्वारा पूरे जिले में व्यापक गृह संपर्क कर शताब्दी वर्ष का संदेश लोगों तक पहुँचाया जा रहा है।
