
हरिद्वार / रुद्रप्रयाग। श्री पंच दश नाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी यात्रा उत्तराखंड भ्रमण के दौरान शुक्रवार को द्वादश ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम पूजा-अर्चना के लिए पहुंची। नागा संन्यासियों के जत्थे के साथ लगभग 44 किलोमीटर की हिमालय पर्वतमाला की कठिन चढ़ाई पैदल पार करते हुए हर-हर महादेव के जय घोष के साथ केदारनाथ धाम पहुंचने पर तीर्थ पुरोहितों, प्रशासनिक अधिकारियों तथा बद्री केदार समिति के सदस्यों व वहां उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं ने पूर्ण आस्था के साथ पवित्र छड़ी का स्वागत किया और पूजा-अर्चना कर साधु-संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया।
पवित्र छड़ी यात्रा के प्रमुख हिमालय पीठाधीश्वर वीरेन्द्रानंद गिरी महाराज, श्री महंत पुष्कर राजगीरी, श्री महंत पशुपति गिरी, श्री महंत अभय पुरी, श्री महंत शिवानंद सरस्वती, महंत सरस्वती गिरी, श्री महंत अमृतपुरी, महंत आकाश पुरी, श्री महंत रूद्रानंद सरस्वती, श्री महंत राहुल गिरी, श्री महंत रतन गिरी, श्री महंत आकाश गिरी, श्री महंत मनीष आनंद गिरि के नेतृत्व में पवित्र छड़ी ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए तथा देश प्रदेश, विश्व कल्याण की कामना के साथ विशेष पूजा अर्चना की।
इससे पूर्व कल गुरुवार को पवित्र छड़ी पौराणिक तीर्थ धारी देवी मंदिर की पूजा-अर्चना कर रुद्रप्रयाग पहुंची जहां जूना अखाड़े के कोटेश्वर महादेव मंदिर पीठाधीश्वर श्री महंत शिवानंद गिरि महाराज के नेतृत्व में स्थानीय विधायक भारत सिंह चौधरी, मेयर संतोष सिंह रावत, बीकेटीसी के उपाध्यक्ष विजय कापरवान, विहिप के जिलाध्यक्ष राजपाल नेगी, बजरंग दल के राहुल खन्ना तथा तहसीलदार प्रणव पांडे की अगुवाई में पवित्र छड़ी की नगर में शोभायात्रा निकाली गई। वैदिक मंत्र उच्चारण करते हुए संस्कृत विद्यालय के छात्र तथा ढोल नगाड़ों के साथ पूरे नगर में भ्रमण करती हुई पवित्र छड़ी पौराणिक तीर्थ कोटेश्वर महादेव मंदिर पहुंची जहां भगवान कोटेश्वर महादेव की
विधिवत पूजा-अर्चना की। बताते चलें कि पौराणिक कोटेश्वर महादेव में ही भस्मासुर राक्षस से बचने के लिए भगवान शिव ने गुफा में शरण ली थी और अपने प्राण बचाए थे। महामंडलेश्वर विरेंद्रानंद गिरी महाराज ने बताया यह पौराणिक छड़ी यात्रा पूरे उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में भी जाएगी और उन क्षेत्रों की, स्थानीय नागरिकों की मूलभूत समस्याएं व आवश्यकताओं का व्यापक अध्ययन कर सरकार का ध्यान उसे और आकृष्ट कराएगी। उन्होंने पौराणिक तीर्थ धारी देवी मंदिर को पिकनिक स्पॉट बनाए जाने का विरोध करते हुए कहा कि धारी देवी मंदिर एक पौराणिक तीर्थ है इस तीर्थ की गरिमा बनी रहनी चाहिए, लेकिन सरकार द्वारा यहां पर पिकनिक स्पॉट बना दिया गया है। पर्यटक मौज-मस्ती और नौकायन करने आते हैं जिससे इस क्षेत्र की पवित्रता तथा गरिमा नष्ट हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को तीर्थ की गरिमा तथा सनातन धर्म की रक्षा के लिए इन गतिविधियों को बंद कर देना चाहिए उन्होंने कहा इसके लिए साधु-संत व अखाड़ा परिषद मुख्यमंत्री से वार्ता कर इसे बंद करने का अनुरोध करेगी।
उन्होंने बताया कि यह छड़ी कल सवेरे बद्रीनाथ धाम के लिए रवाना होगी।