उत्तराखंड में विधानसभा के चुनाव में हरिद्वार जनपद से केवल 3 सीट भाजपा को प्राप्त हुई ,जबकि टीवी के कई चैनलों ने उत्तराखंड विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस पार्टी की जीत बताते हुए कांग्रेस की सरकार बनना तक बता दिया था लेकिन वर्तमान भाजपा विधायक तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन कौशिक की मेहनत लगातार कर्मठता व क्षेत्रवासियों से असीम प्यार व राज्य में जनसंपर्क अत्यधिक रहने के कारण ,उत्तराखंड राज्य में पुनःसरकार बनी ,लेकिन कुछ विधायक व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद जी व विधायक संजय गुप्ता जी व विधायक सुरेश राठौर द्वारा अपनी गलतियों को स्वीकार ना करके पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन कोशिक के द्वारा चुनाव में हराने का आरोप लगाया और इस संबंध में नेताओं द्वारा देश के भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी व गृह मंत्री अमित शाह जी को पत्र भेजकर हारने का जिम्मा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक मदन कौशिक पर लगाये जाने के संबंध में हरिद्वार के अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने पत्र लिखा की वर्तमान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जोकि मुख्यमंत्री रहते हुए चुनाव जरूर हार गए लेकिन उन्होंने किसी पर भी कोई आरोप नहीं लगाया और हार को स्वीकार किया और उन्हें उत्तराखंड की जनता ने श्री पुष्कर सिंह धामी जी को चुनाव में भारी मतों से विजई बनाकर राज्य के पुनः सर्वोच्च मुख्यमंत्री पद पर बिठाया जो कि राज्य को विकास की ओर ले जाने में पूर्ण रूप से प्रयासरत हैं परंतु इन तीनों विधायकों द्वारा अपनी हार का कारण की कोई समीक्षा नहीं की और उसका ठीकरा वर्तमान भाजपा विधायक श्री मदन कौशिक को दे दिया ।अमित शाह गृह मंत्री भारत सरकार व राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी को अपने पत्र में अरुण भदोरिया एडवोकेट द्वारा यह भी लिखा गया कि हमारे हिंदुस्तान में प्रत्येक जनपद के प्रत्येक क्षेत्र में तहसील जिला राज्य में आर. एस. एस. के पदाधिकारी है और पदाधिकारी सरकारी कामकाज करने वाले व भाजपा कार्यकर्ताओं का वह विपक्ष का भी पूरी रिपोर्ट अपने उच्च पदाधिकारियों को करते हैं परंतु मदन कौशिक के खिलाफ किसी भी आर. एस. एस. के पदाधिकारी को यह शिकायत हरिद्वार जिले से व अन्य जिलों से भी कोई भी यह नहीं गई कि श्री मदन कौशिक के द्वारा हरिद्वार के 3 विधायकों को जानबूझकर हर वाया गया और ना किसी विधायक ने यह बताया कि मदन कोशिक के द्वारा हरवाए जाने की का तरीका क्या था और कैसे और किस प्रकार से था, परंतु एक झूठा आरोप लगाकर 5 बार लगातार के विधायक मदन कौशिक को मुख्यमंत्री के दावेदार होने के बावजूद किसी भी मंत्री पद से बाहर कर दिया गया जो कि एक अत्यंत सोचनीय विषय है और इन सभी तथ्यों की गहराई से विचार कर उत्तराखंड की आम जनता के विचारों के अनुरूप भावनाओं को समझते हुए समुचित कार्रवाई करने के लिए अमित शाह जी और जेपी नड्डा जी को पत्र भेजा गया है ताकि उनके भी संज्ञान में यह बात आ सके और भविष्य में कोई भी भाजपा की गुटबाजी प्रदेश में ना हो।

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